“जिंदगी सुन, तू यही पे रुकना
हम हालात बदल कर आते हैं”
उधार में थोड़ी सी हिम्मत लेकर
अपने वजूद को उम्मीद दे आते हैं
इस तूफ़ान को थाम लो थोड़ा जरा
एक कश्ती को भवंडर से ले आतें हैं
इन पलों को हिरासत में रखना
कुछ ग़मों को आजाद कर आते हैं
खोई हुई धड़कनों की गूँज में
अपने आप को ढूँढ ले आते हैं
जिंदगी सुन, अपनी तक़दीर को
हम थोड़ा हैरान कर आते हैं