शिकायतें

आँखों में आँसू अभी से हैं
स्याही ने भी शिकवा लिखवा लिए
दिल भी अपना थोड़ा फरियादी हैं
आज जाने की इतनी जिद्द क्यों हैं

हम ना बन सके हमसफर तो क्या
साथ रख लो छोटा सा ये नजराना
दिल के साथ चुरा ले जाओ थोड़ी सी
हमसे कुछ शिकायतें हमारी

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