This is an attempted extension to the original song
अपना बना ले पिया
अपना बना ले पिया
सुनी इस डगर पे
हाथ तू थाम ले पिया
अकेली हैं ये रातें हाँ रातें हाँ रातें
बदली हैं जाने कितनी करवटे
बैचिनी सताए जब तेरी ही बातें
करते हैं सपने सारे
आसमान में भी नही कोई सितारा तेरे जैसा
तेरी काया को खुदा भी दोहरा ना पाया
मेरी किस्मत पे मैं खुद ही शक करु
आके मुझे मेरी तनहाई से छुड़ा ले
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे